उसमें कहीं कोई ऐसा सितारा भी है
जिसमें दूसरी इक दुनिया हो बसी
एक निशाँ भी ना हो जहाँ दर्द का
जीना जहाँ हो नहीं मुश्किल
वो जहाँ कोई दुःख हो ना हो कोई ग़म
दिलों में हो ना दीवारें ना दूरियां
सब दिलों में मोहब्बत एक गहरी धारा भी है
चाँद की कश्ती में मैंने किया है सफ़र
ढूँढती हो अगर तुम जो दुनिया हसीं
उसके चेहरे से ये धुल हट जाए तो
उसके तन से ये ज़ंजीर कट जाए तो
इस ज़मीं पर ही होगी वो दुनिया
वो जहाँ कोई दुःख हो ना हो कोई ग़म
दिलों में हो ना दीवारें ना दूरियां
मुस्कुराती हो चेहरों पे एक रौशनी
ज़िन्दगी हो मोहब्बत भरी ज़िन्दगी